रीवा के नए और भव्य न्यायालय भवन का उद्घाटन हुए 9 दिन बीत चुके हैं, लेकिन यहां की अव्यवस्थाएं अब भी जस की तस हैं। वकीलों ने आज इन मूलभूत समस्याओं को लेकर जज साहब को अपनी 8 मांगे सौंपी और चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समाधान नहीं हुआ तो वे कोर्ट में तालाबंदी कर देंगे।
प्रदेश के सबसे आधुनिक न्यायालय भवनों में से एक रीवा के नए कोर्ट में वकीलों को आज भी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। वकीलों का कहना है कि 9 दिन बाद भी न तो पीने के पानी की समुचित व्यवस्था है, न ही व्यवस्थित पार्किंग की कोई सुविधा। वहीं सबसे बड़ी समस्या वकीलों के बैठने की है। स्थिति यह है कि वकील कोर्ट परिसर के बाहर सीढ़ियों पर, फर्श पर तौलिया बिछाकर काम करने को मजबूर हैं। जानकारी के अनुसार, वकीलों के लिए जो चेंबर या बैठने की जगह अलॉट होनी थी, वह नियमों के अभाव में अब तक नहीं हो पाई है। वकीलों का आरोप है कि अव्यवस्थाओं के चलते वे न तो पक्षकारों से ठीक से बात कर पा रहे हैं, न ही कोर्ट में सुचारु रूप से बहस कर पा रहे हैं। और उनके कार्य बुरी तरह से बाधित हो रहे हैं।
वकीलों ने दी चेतावनी
वकीलों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर उनकी आठ मांगे जल्द पूरी नहीं की गईं और उन्हें बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं दी गई, तो वे मजबूर होकर कोर्ट में तालाबंदी करेंगे और न्यायिक कार्य को बाधित करेंगे। भव्यता के बावजूद, अव्यवस्थाओं से घिरा यह नया न्यायालय भवन फिलहाल वकीलों और आम जनता के लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है।