रीवा जिले के ग्राम बवंधर में शादी के कार्यक्रम की तैयारियां चल रही थी। आज मंगलवार को बारात आनी थी, इसके पहले दरवाजे पर पुलिस पहुंच गई। उधर चंदई गांव से बारात आने के तैयारी फिर भी जारी रही तो पुलिस और प्रशासन ने फिर सख्ती की। उधर लड़की का पिता शीलेश यादव अभी भी लड़की की शादी करवाने में तुला हुआ है। वह कैमरे में कहता हुआ नजर आया कि मैं शादी करवा कर मानूंगा,,डीजे भी बनवाऊंगा,,मेरे पास पैसा है।
सूचना पर पहुंची महिला बाल विकास की टीम
सूचना पाकर मौके पर महिला बाल विकास की टीम भी पहुंची। वहीं 16 साल की लड़की के नाबालिग होने की वजह से शादी रूकवाई गई। जानकारी के मुताबिक पहले लड़की की विवाह की उम्र 18 साल थी। जो कुछ सालों पहले ही बढ़ाकर 21 साल कर दी गई है। उधर रीवा में नाबालिग की शादी करने की कोशिश की गई।
बता दें कि शादी के लिए बकायदा रिश्तेदारों से लेकर दोस्तों और आसपास और दूर दराज के कई गांवों में विवाह का आमंत्रण पत्र भेजा जा चुका था। जिसमें वर वधु और दंपति को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचने के लिए अपील की गई थी।
घर में एक माह पहले से शादी की तैयारियां भी चल रही थी। जहां टेंट से लेकर,डीजे और डेकोरेशन तक का प्रबंध किया जा चुका था। इस बीच मामले की जानकारी पुलिस को लग गई और पुलिस ने दबिश दे। पहले तो घर वाले समझने की जगह उल्टा पुलिस को ही समझाने लगे। लेकिन बाद में नियम कानून का कड़ाई से पालन कराने की पहल प्रशासन ने की तो परिजनों को समझ आया।
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि बाल विवाह पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पुलिस को सूचना मिली थी,जो सही पाई गई। मौके पर पहुंचकर समझाइश दी गई थी,लेकिन इसके बावजूद परिजन समझ नहीं रहे थे। आज फिर समझाइश दी गई है। पुलिस अभी भी नजर बनाए हुए है,अगर बाल विवाह कराने की कोशिश की तो अपराध दर्ज किया जाएगा। जिले भर में कहीं भी बाल विवाह नहीं होने दिया जाएगा। यह कानूनन अपराध है।