रीवा। पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी के पोते के साथ 18 जनवरी को मिशनरी स्कूल ज्योति किंडर गार्डन में प्रबंधन द्वारा किए गए अमानवीय कृत्य के बाद मासूम की मां ने कैमरे के सामने आते हुए स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वही इस पूरे मामले में 4:30 वर्षीय मासूम फोबिया का शिकार हो गया है। और उसकी स्थिति चिंता जनक बनी हुई है।
मामले के संबंध में जानकारी देते हुए एलकेजी में पढ़ने वाले छात्र की मां ने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा उनके बच्चे के साथ ही नहीं बल्कि स्कूल में अध्यनरत नौनिहालों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया जाता है। जिससे बच्चे कम उम्र में ही फोबिया का शिकार हो जाते हैं। बच्चा मल मूत्र साफ कराए जाने के बाद ठंड के चलते वह निमोनिया के साथ-साथ मानसिक अवसाद का भी शिकार हो गया है। रात में सोते हुए चीख कर उठना, कमरे में खुद को बंद कर लेना, और घर के किसी भी सदस्य के साथ बातचीत न करना यह साफ दर्शाता है कि मेरा बेटा किस तरह की मानसिक परिस्थितियों से गुजर रहा है अपने बेटे के लिए मैं हर वो लड़ाई लडूंगी जिससे उसे न्याय मिल सके, गौरतलब है कि 18 जनवरी को ज्योति किंडर गार्डन स्कूल में एलकेजी में पढ़ने वाले एक छात्र के साथ स्कूल प्रबंधन ने खराब स्वास्थ्य के चलते कपड़ों में ही मल मूत्र छूट जाने के बाद उसे न सिर्फ कपड़ों की बल्कि पूरे क्लासरूम की साफ सफाई कराई थी, वही इस पूरे मामले में एबीव्हीपी के बाद अब कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया है प्रदेश की वरिष्ठ नेता कविता पांडे ने इस पूरे मामले को लेकर साफ तौर पर कहा है कि अगर मासूम के साथ किए गए अमानवीय कृत्य मैं दोषियों के विरुद्ध एफआईआर नहीं दर्ज की जाती तो कांग्रेस स्कूल में तालाबंदी करते हुए उग्र आंदोलन करेगी।